चांद को गुमान था,अपनी खूबसूरती पर।। फिर अचानक ,एक | हिंदी Shayari

"चांद को गुमान था,अपनी खूबसूरती पर।। फिर अचानक ,एक दिन उस पर ग्रहण लग गया।।"

 चांद को गुमान था,अपनी खूबसूरती पर।।
फिर अचानक ,एक दिन उस पर ग्रहण लग गया।।

चांद को गुमान था,अपनी खूबसूरती पर।। फिर अचानक ,एक दिन उस पर ग्रहण लग गया।।

अति सर्वत्र वर्ज येत 🙏🙏

People who shared love close

More like this

Trending Topic