White वो अनदेखा अंजाना सा किरदार कोई..
निगाहों से दूर सात समंदर पार कोई...
रफ़्ता रफ़्ता दिल में घर बनाते चला
परम् प्रेम का दीपक जलाते चला
कुछ गुदगुदाते पलों का उपहार देकर
वो चल दिया बसंत बहार देकर
ना मिलन ना बिछोह ना इजहार कोई
मोहब्बत की रस्म, ना जीत ना हार कोई..
©अज्ञात
#अंजाना रिश्ता