"Year end 2023 विधाता ने हमारे जीवन को मोतियों की लड़ी में उम्र पिरो कर दी है।जिसके एक-एक मोती हर साल झरते रहते हैं।आज तारीखों की सीढ़ी से दिसम्बर अन्तिम सीढ़ी से उतर रहा है। जाड़े की गुनगुनी धूप और ठिठुरती रातें----गुजरे हुए लम्हों पर झीना-झीना सा पर्दा गिरता जा रहा है----वक्त सब यादों को समेटे हवा का झोंका बन उड़ता जा रहा है---बूढ़ा दिसम्बर जवाँ जनवरी को अपनी उत्तरदायित्व सौंपने को तत्पर खड़ा है।आइए हम सब मिलकर 2000 के 24 वें साल का स्वागत उल्लास और उमंग से करें।
Happy new year 2024🌹🌹❤️❤️
©shashi kala mahto
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