White वो मुझसे छूटा तो छूटा कैसे?
वो तो बसता था मुझमें
फिर वो मुझसे गुमा कैसे?
उससे बिना कुछ कहे बेचैन रहती थी मैं
फिर उसके बिना कोई बात
कोई ख़्वाब मैंने जिया कैसे?
सुबह चाय से रात चांद तक
उसकी यादों से घिरी थी मैं!!
उसकी पसंद नापसंद एक उम्र जीकर
उसकी गिरफ्त से मैं रिहा हुई कैसे?
वो तो बस्ता था मुझमें
फिर वो मुझसे गुमा कैसे?
वो मुझसे छूटा तो छूटा कैसे!!
©Nikita
#sunset_time
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