Autumn मैं
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मैं व्यथित हूं,
न जाने किस अलगाव से,,
लेकिन मैं सोचती हूं,
मेरा तो Mathematics से रिश्ता है
तो मुझे तो सब कुछ माना कि कहकर टाल देना चाहिए
माना कि सभी रिश्ते XYZ.....?
कितनी सत्यता है इस विषय में
न कोई छल न कोई कपट और न ही कोई दिखावा...
लेकिन मुझे पुरा विश्वास है कि कभी न कभी तो
खुशियों का जुड़ाव होगा ,
उदासियो का घटाव होगा ,
अतीत और भविष्य की सभी बातों को
मैं वर्तमान के साथ गुणा करना चाहुंगी,
मेरे ह्रदय की सभी वेदनाओ को बांटते ( भाग) हुए
मैं किसी वृत्त कि परिधि पर ठहराव चाहती हूं,
साथ - साथ चलती हुई दो समांतर रेखाएं
कभी तो अनंत बिंदु पर इनका मिलन होगा ,
और यदि नहीं हुआ तो कोई तिर्यक रेखा जीवन
को प्रतिच्छेद कर सकती हैं,
लेकिन मुझे पुरा यकिन है कि कभी न कभी
जीवन को खुबसूरत ठहराव मिलेगा....??
©Sanjana Hada
#autumn