लौ साँसो का बुझने को है अब तो...! धड़कन धड़कनों के द | हिंदी Life

"लौ साँसो का बुझने को है अब तो...! धड़कन धड़कनों के दरमियाँ खंजर सा है.. लगा कर क्या कर डाला भला सौ पेड़ मैंने मुरशद..जिंदगी के फलसफे_ए_बाग़ बना बंज़र सा है...!! ©satman sahu"

 लौ साँसो का बुझने को है अब तो...!
धड़कन धड़कनों के दरमियाँ खंजर सा है..
लगा कर क्या कर डाला भला सौ पेड़ मैंने
मुरशद..जिंदगी के फलसफे_ए_बाग़
बना बंज़र सा है...!!

©satman sahu

लौ साँसो का बुझने को है अब तो...! धड़कन धड़कनों के दरमियाँ खंजर सा है.. लगा कर क्या कर डाला भला सौ पेड़ मैंने मुरशद..जिंदगी के फलसफे_ए_बाग़ बना बंज़र सा है...!! ©satman sahu

#जिंदगी #मौत #sadShayari #हिंदीशायरी #Truth_of_Life #तन्हाई #aloneness

People who shared love close

More like this

Trending Topic