बे बाबत ही यूँ बे-बुनियाद बाताें काे हीट कर देते हैं
कम से कम वाे एक बन्दा देखे यूहीं ट्वीट कर देते हैं
इश्क़ हुआ इश्क़ हुआ कह कर परेशाँ कर दिया दाेस्ताे काे
जिस्मानी भूख मिटी फिर दूजे की नम्बर डलीट कर देते हैं
बेवजह ही पिघला जा रहा हूँ "नाहिद" संदेशा लिखकर
माडर्न संदेशाें का जामाना है लाेग मैसेज म्यूट कर देते हैं
©Nasir Tufail Nahid