अली तुमने बाते करी हैं ग़लत बहुत...
अली तुमने बाते करी हैं ग़लत बहुत, बेवजह तुमको सब यहां शायर के नाम से जानते हैं......
और क्या ही किया वज़ू तेरा, के क्या ही किया वज़ू तेरा
मेरे शहर के सब आशिक तुझको अपना पीर मानते हैं....
अली तुम ना आया करों शहर मेरे, हाय अली तुम ना आया करों शहर मेरे.....
लोग कहते हैं हम तुम को ही अपना ख़ुदा मानते हैं......
©manish sharma
#safar