तुमसे नाराज़ हूँ मैं, मुझे नाराज़ रहने दो कैद मत | हिंदी कविता Video

"तुमसे नाराज़ हूँ मैं, मुझे नाराज़ रहने दो कैद मत करो अपनी नज़रो में अब मुझे आज़ाद रहने दो परिंदा हुं मैं मुझमें मेरी उड़ान रहने दो, बहुत है तेरी विरह की अग्नि में तपिश,  मुझे यह तपिश सहने दो ©Shashank Singh Kushwaha "

तुमसे नाराज़ हूँ मैं, मुझे नाराज़ रहने दो कैद मत करो अपनी नज़रो में अब मुझे आज़ाद रहने दो परिंदा हुं मैं मुझमें मेरी उड़ान रहने दो, बहुत है तेरी विरह की अग्नि में तपिश,  मुझे यह तपिश सहने दो ©Shashank Singh Kushwaha

#alone #Naraz_Hu_Main #Hindi #poem #notojo #SAD #Feeling #story

People who shared love close

More like this

Trending Topic