जरा ऐसे बरसो सावन ©®divyajoshi स्वरचित मौलिक रचन | हिंदी Vide

"जरा ऐसे बरसो सावन ©®divyajoshi स्वरचित मौलिक रचना नीचे कैप्शन में 👇👇👇👇👇"

जरा ऐसे बरसो सावन ©®divyajoshi स्वरचित मौलिक रचना नीचे कैप्शन में 👇👇👇👇👇

ऐसे न बरसो सावन कि
किसी की रोटी छिन जाए।
बरसो तो ऐसे कि प्यास भी बुझ जाए,
और कोई भूखा न सोने पाए।

ऐसे न बरसो सावन कि
किसी का आशियाना उजड़ जाए,
बरसो तो यूँ कि छत पर गिरी बूंदों का

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