White अर्ज़ है....
ग़र दिल के अंदर, कोई शमशान होता जाने कितनों के दफ़न, अरमान होता
ज़रें-ज़रें से चीख-पुकार सुनाई देती जाने कितनों के ख़्वाब लहूलुहान होता
आंसू छुपे होते, हर एक ख़्वाहिश के पीछे और हर शख़्स अपने ग़म से परेशान होता
एक अजीब सी घुटन होती, अंदर ही अंदर जब अपनी आरज़ूएं ही, अपना मेहमान होता..!!
©Kanchan Agrahari
#Night @Anshu writer @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 @sushil dwivedi @@hardik Mahajan @Asif Hindustani Official