White मैं लिखूँ ग़ज़ल तो हिला दूँ सबको ,
बस एक लफ्ज़ में तहरीर सुना दूँ सबको ।
वो जो कहता है के कोई हम सा हो तो सामने आए ,
आगाज़ ए ग़ज़ल से पहले ही हरा दूँ सबको ।
मुझको फुर्सत ही नहीं मिलती उस की यादों से वरना ,
दो घड़ी रो लूँ और पानी में बहा दूँ सबको ।
आज मैं ख़ामोश हूँ तो कमज़ोर न समझना ,
बेवफ़ा नहीं हूँ जो उस का नाम बता दूँ सबको ।
-dost ❤️
©Arman ali Arman ali
#SAD