ये दिल हमारा तेरे नाम रहा ।
चंद घड़ी मुलाकात थी हमारी ।
वो चाँद बस छुपकर रहा ।
मेरी और उसकी कोशिश हज़ार हुई।
वो दिल बस। उसका होकर रहा।
साथ जिस्मानी तो नही थे।
मगर आंसू उसका छुपकर न रहा ।
मायूसी न दिखा चेहरे पर तेरे।
चाँद का साया रातभर मेरा रहा ।
©Nikita pathare