इश्क़ हुआ तुमसे बस तुमसे ही रहेगा
दिल ये बार बार अज़ल तक कहेगा
बहता हैं हवा के जैसे मेरी सांसों
खुशबू बनकर गुलाब की महकेगा
हंसीन समां होता जब तेरा दीदार होता हैं
हाल भी अब ऐसा हुआ
कि सुकून भी तेरा दीदार होगा
मुक़द्दस हैं मोहब्बत हमारी
इश्क़ ए रूह बनकर ये लहू बहेगा
चाहत भी जब ये खुदा देखेगा
तो वो इस मोहब्बत को कुबूल करेगा (2)
©writer....Nishu...
#इश़्क मोहब्बत