तुम्हारी बड़ी बड़ी आंखे देख सकता हूं । उन आंखों मे | हिंदी शायरी
"तुम्हारी बड़ी बड़ी आंखे देख सकता हूं ।
उन आंखों में बड़े बड़े आंसू नहीं ।
हां मैं तुम्हारी रूह से प्यार करता हूं ।
इस मिट्टी के जिस्म की मुझे तलब नहीं।
- Anand Sarauniya"
तुम्हारी बड़ी बड़ी आंखे देख सकता हूं ।
उन आंखों में बड़े बड़े आंसू नहीं ।
हां मैं तुम्हारी रूह से प्यार करता हूं ।
इस मिट्टी के जिस्म की मुझे तलब नहीं।
- Anand Sarauniya