ख़ुद को मत भूलना " जब भी तकदीर साथ दे तुम, समझ क | हिंदी शायरी Vi

"ख़ुद को मत भूलना " जब भी तकदीर साथ दे तुम, समझ के फूल गुलाबों के होंठ चूमते रहना। और बगल में बैठके ,उड़ती हुई जुल्फों की हसीं महक को भी ,सूंघते रहना । दिल बावरा हो जाए अगर कभी, बन के मोगरे का फूल ,जुल्फों में लटकते रहना। बाद मोहब्बत के हकीकत में, कुछ फर्ज़ हैं तुम्हारे, तुम ख़ुद को कभी मत भूलना। ©Anuj Ray "

ख़ुद को मत भूलना " जब भी तकदीर साथ दे तुम, समझ के फूल गुलाबों के होंठ चूमते रहना। और बगल में बैठके ,उड़ती हुई जुल्फों की हसीं महक को भी ,सूंघते रहना । दिल बावरा हो जाए अगर कभी, बन के मोगरे का फूल ,जुल्फों में लटकते रहना। बाद मोहब्बत के हकीकत में, कुछ फर्ज़ हैं तुम्हारे, तुम ख़ुद को कभी मत भूलना। ©Anuj Ray

# ख़ुद को मत भूलना "

People who shared love close

More like this

Trending Topic