White घनघोर घटाएं छाई हैं
बदलियां घिरकर आई हैं
बरस रहा है नैनों से ये नीर झराझर
जिंदगी कुंभलाई है
आंखे चोंधियाई हैं
गरज रहा है दिल ये धराधर
कड़क रही है बिजिलियां
मन की ये तितलियां फड़फड़ा रही हैं कोने में
दुनिया की ये कायनात सारी
लगी है मुझको डुबोने में
घर,परिवार,दोस्त ,प्यारे,
कब, कहां होते हैं अपने
जब से जुड़े हैं हम तो इनसे
तब से बस लग रहे हैं तड़पने,,....
©Rakesh frnds4ever
#उमड़तीजिंदगी
#घनघोर घटाएं छाई हैं
#बदलियां घिरकर आई हैं
#बरस रहा है नैनों से ये #नीर झराझर
#जिंदगी कुंभलाई है
आंखे चोंधियाई हैं