White टूट गए फिर से,
खुश है या दुःखी पता नहीं,
बस जी लिए दूसरों के लिए,
मिला किस्मत से अकेला पन,
यू तो अकेलेपन से परेशान नहीं,
पर हैरान ज़रूर है, जाने क्या गलती है, मेरी,
किसी की ज़्यादा care करना,
या किसी को अपना मानना.
उसके जूठ को सच मानना,
उसके लड़खड़ाते कदम मेरे साथ चलने मैं,
दूसरों के साथ खुशी खुशी चल देते है,
अजीब है, किसी का साथ,
कोई साथ हो तो दुःख देता है,
साथ होकर भी साथ, नहीं तो बहुत दुःख देता है
©Sumeit A
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