तेरे लिए वफा का मंदिर तक बने, फिर भी पाक न हुए इस | हिंदी विचार

"तेरे लिए वफा का मंदिर तक बने, फिर भी पाक न हुए इस कदर दिल जला है मेरा, फिर भी राख न हुए रोज़ रोज़ मिटते हैं, तेरी ख्वाहिश में फिर भी ख़ाक न हुए"

 तेरे लिए वफा का मंदिर तक बने, फिर भी पाक न हुए
इस कदर दिल जला है मेरा, फिर  भी राख न हुए
रोज़ रोज़ मिटते हैं, तेरी ख्वाहिश में फिर भी ख़ाक न हुए

तेरे लिए वफा का मंदिर तक बने, फिर भी पाक न हुए इस कदर दिल जला है मेरा, फिर भी राख न हुए रोज़ रोज़ मिटते हैं, तेरी ख्वाहिश में फिर भी ख़ाक न हुए

#विचार
#प्यार

People who shared love close

More like this

Trending Topic