बेटी
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बेटी,लड़की,औरत, ये सदियों से दर्द सहे हैं और
आज भी
कोई मां-बाप अपने बेटी की सुख शान्ति भंग
करने केलिए बन्दिश नहीं लगाते
बल्की उसका जिवन सुख शान्ति से गुजरै इसलिए
उसको रोक टोक किया जाता है।
बेटीयां बाप की शान होती हैं बेटी पे कोई ऊंगली
उठाए कोई पिता बर्दाश नहीं कर सकता बटियां घर
की शोभा होती हैं इस प्रकार बेटियां बाहर नहीं
जा सकती इस पर कोई टिप्पणी करे तो गलत
बात है।
©Surendra Kumar Kahar
बैटी बाप की शान @??????????? @Alka Pandey PФФJД ЦDΞSHI @Parul (kiran)Yadav @vineetapanchal