ये खुद ही, खुद से ही, कितना दूर है। जरा देखो आदमी | हिंदी Shayari

"ये खुद ही, खुद से ही, कितना दूर है। जरा देखो आदमी कितना मजबूर है। खुद पिंजरा बनाया,खुद ही कैद हुआ, और अब कहता,खुद का ही कसूर है। © राहुल भास्करे"

 ये खुद ही, खुद से ही, कितना दूर है।
जरा देखो आदमी कितना मजबूर है।
खुद पिंजरा बनाया,खुद ही कैद हुआ,
और अब कहता,खुद का ही कसूर है।

© राहुल भास्करे

ये खुद ही, खुद से ही, कितना दूर है। जरा देखो आदमी कितना मजबूर है। खुद पिंजरा बनाया,खुद ही कैद हुआ, और अब कहता,खुद का ही कसूर है। © राहुल भास्करे

ये खुद ही, खुद से ही, कितना दूर है।
जरा देखो आदमी कितना मजबूर है।
खुद पिंजरा बनाया,खुद ही कैद हुआ,
और अब कहता,खुद का ही कसूर है।

© राहुल भास्करे

#corona #nojoto

People who shared love close

More like this

Trending Topic