White ऐ खुदा तेरे सिवा कोई नहीं है मेरा यहां। मेरी सुबह भी तूं। मेरी शाम भी तू। कोई अल्लाहा कहता है तूझे। कोई राम कहता है तूझे।मेरा अल्लाहा भी तू। मेरा राम भी तू। मतलबी निगाहों से देखते है लोग मतलबी जमाना है।कर भी कुछ नहीं रहे। बस एक दूसरे को नीचा दिखाना है। दौलत से भरी पड़ी है दुनियां ओर आखिरी लक्ष्य भी दौलत कमाना है। आखिर इन्हें कैसे समझाया जायें सब मोह-माया यही रह जाना है हरिद्वारी
©Sudhir Rahi
ना समझ दुनियां