सर्कस का बंदर बन के रह गया हूं, जिसे जैसा मन करता | हिंदी विचार

"सर्कस का बंदर बन के रह गया हूं, जिसे जैसा मन करता हैं वैसे नाचा के चला जाता हैं। ©Raj Singh"

 सर्कस का बंदर बन के रह गया हूं, 
जिसे जैसा मन करता हैं वैसे नाचा के चला जाता हैं।

©Raj Singh

सर्कस का बंदर बन के रह गया हूं, जिसे जैसा मन करता हैं वैसे नाचा के चला जाता हैं। ©Raj Singh

#patience

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