White शबरी जैसा धैर्य नहीं की,
नित नित राह बुहारूँ।
ना केवटसा भाग्य मेरा की,
गेह प्रभु चरण पखारूंँ।
मूढ कुमति में मोह माया के बंधन बीच फंसीं हूं ,
भाव चौरासी से रघुवर में,
कैसे चित् उबारूंँ
रामनवमी की हार्दिक
शु शुभकामनाएं शुभकामनाएं
©Madhu Arora
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