White ॥इति श्रीमद् भागवते महापुराणे
पारमहंस्यां संहितायां अष्टमस्कन्धे
गजेंन्द्रमोक्षणे तृतीयोऽध्यायः ॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :-
प्रलय के समय लोक, लोकपाल और
इन सबके कारण सम्पूर्ण रूप से नष्ट हो
जातें हैं। उस समय केवल अत्यंत घना
और गहरा अन्धकार-ही-अन्धकार रहता हैं।
परन्तु अन्नंत परमात्मा उससे सर्वथा परे
विराजमान रहतें हैं। वे ही प्रभु मेरी रक्षा
करें। उनकी लीलाओं का रहस्य जानना
बहुत ही कठिन है। वे नट की भाँति अनेकों
वेष धारण करते हैं। उनके वास्तविक स्वरूप
को न तो देवता जानते हैं, और न ऋषि ही
फिर दूसरा ऐसा कौन सा कौन प्राणी है,
जो वहाँ तक जा सके और उनका वर्णन
कर सके? वो प्रभु मेरी रक्षा करें।
©N S Yadav GoldMine
#love_shayari ॥इति श्रीमद् भागवते महापुराणे
पारमहंस्यां संहितायां अष्टमस्कन्धे
गजेंन्द्रमोक्षणे तृतीयोऽध्यायः ॥
{Bolo Ji Radhey Radhey}
सब कुछ भगवान श्री कृष्ण हैं :-
प्रलय के समय लोक, लोकपाल और
इन सबके कारण सम्पूर्ण रूप से नष्ट हो
जातें हैं। उस समय केवल अत्यंत घना