इश्क है तुझको अगर
क्यों तू है बेख़बर
पास आकर तू ये क्यों बताती नहीं
हो गई है पुरानी, मीरा की कहानी-2
वो कहानी फ़िर से दोहराती क्यों नहीं
इश्क है तुझको अगर
ये दूरिया है क्यों मग़र
सांस साँस में तू क्यों समाती नहीं
बंद हो न जाये पलकें मेरी
अपनी एक तू झलक दिखलाती क्यों नहीं
इश्क है तुझको अगर
क्यों तू है बेखबर
#Nojotovoice#Nojoto#kumarmukesh#मk