तुझसे प्रीत लगा बैठी,
तुमको अपना सर्वस्व बना बैठी
तू चाहे आजमा ले मुझे,
तुझे दिल से अपना बना बैठी
तू मुझमें कमी खोजे या खूबी,
मैं तुझे अपना संसार बना बैठी
तू चाहे मुस्कुरा या खफा हो मुझसे
मैं तो तुझे अपना सर्वस्व दे बैठी
तेरी मुस्कुराहट से दिन बन जाता है,
तुझे मैं अपनी मुस्कान बना बैठी
तू चाहे सच कहे ,या झूठ कहे मुझसे,
मैं तो तेरी हर बात पर यकीं कर बैठी
चाहे चारों तरफ़ शोरगुल हो जमाने में,
मैं तो तुझे ही अपना समां बना बैठी
तू चाहे सच समझे या झूठ इसे,
मैं तो तुझसे प्रीत लगा बैठी
तुझे अपना सर्वस्व बना बैठी (इंदिरा )
©indira
#FriendshipDay