कोई किसी के समझाने से नहीं समझता जब ठोकर लगती है | हिंदी शायरी

"कोई किसी के समझाने से नहीं समझता जब ठोकर लगती है ना तो अपने आप अक्ल आ जाती है ©chander mukhi"

 कोई किसी के समझाने से नहीं समझता 
जब ठोकर लगती है ना 
तो अपने आप अक्ल आ जाती है

©chander mukhi

कोई किसी के समझाने से नहीं समझता जब ठोकर लगती है ना तो अपने आप अक्ल आ जाती है ©chander mukhi

#bekhudi

People who shared love close

More like this

Trending Topic