सफर मे तुम होते तो,
कुछ बात होती,
यूँ ही तनहा सफर मे,
किससे दिल की बात कहें।
दर्द हो या ना हो,
क्या फर्क है,
दर्द सहें या न सहे,
किससे अब दिल की बात कहें।
#कलमसत्यकी
©Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
#RoadTrip सफर मे तुम होते तो,
कुछ बात होती,
यूँ ही तनहा सफर मे,
किससे दिल की बात कहें।
दर्द हो या ना हो,
क्या फर्क है,
दर्द सहें या न सहे,
किससे अब दिल की बात कहें।