नादान, तुम्हारे नयनों ने चूमा है मुझको कई बार कर | हिंदी कविता Video

""नादान, तुम्हारे नयनों ने चूमा है मुझको कई बार कर लिये बन्द क्यों आज, कहो, मानस के दो घनश्याम द्वार? तुमने तो भुला दिया मुझको, पर मैं तुमको कैसे भूलूँ? जो मेरी होती वह आँखें तुम कहते--मैं कैसे भूलूँ मन बहुत भुलाने को कहता, पर हार गया मैं बार बार नादान, तुम्हारे नयनों ने चूमा है मुझको कई बार"¹ ©HintsOfHeart. "

"नादान, तुम्हारे नयनों ने चूमा है मुझको कई बार कर लिये बन्द क्यों आज, कहो, मानस के दो घनश्याम द्वार? तुमने तो भुला दिया मुझको, पर मैं तुमको कैसे भूलूँ? जो मेरी होती वह आँखें तुम कहते--मैं कैसे भूलूँ मन बहुत भुलाने को कहता, पर हार गया मैं बार बार नादान, तुम्हारे नयनों ने चूमा है मुझको कई बार"¹ ©HintsOfHeart.

#स्वo_पण्डित_नरेन्द्र_शर्मा : जन्म जयंती
1. Pandit Narendra Sharma - writer, poet and lyricist who also wrote some songs for Indian Hindi cinema, like the title song for Satyam Shivam Sundaram.
( 28 February1913 -11 February 1989)

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