ज़रूरी है जिस देश का राजा झूंठी प्रशंसा का आदि हो | हिंदी विचार

"ज़रूरी है जिस देश का राजा झूंठी प्रशंसा का आदि हो जाए उस देश की प्रजा रेंगते हुए कीड़े के समान होती जिसको जरुरत के हिसाब से मंत्री तक पैरों के तले कुचलते है और प्रजा इसे अपना स्वाभिमान समझती है ©Kavi Jitendra Parmar Gujraati"

 ज़रूरी है  जिस देश का राजा झूंठी प्रशंसा का आदि हो जाए 
उस देश की प्रजा रेंगते हुए कीड़े के समान होती जिसको जरुरत के हिसाब से मंत्री तक पैरों के तले कुचलते है और प्रजा इसे अपना स्वाभिमान समझती है

©Kavi Jitendra Parmar Gujraati

ज़रूरी है जिस देश का राजा झूंठी प्रशंसा का आदि हो जाए उस देश की प्रजा रेंगते हुए कीड़े के समान होती जिसको जरुरत के हिसाब से मंत्री तक पैरों के तले कुचलते है और प्रजा इसे अपना स्वाभिमान समझती है ©Kavi Jitendra Parmar Gujraati

#Hatepolitics
#PoetInYou

People who shared love close

More like this

Trending Topic