ठंडी ठंडी धरती पर छाती कोहरे की लहर, ओस की बूंदों | हिंदी शायरी Video

"ठंडी ठंडी धरती पर छाती कोहरे की लहर, ओस की बूंदों से फूलों की शोभा बढ़ती। रातें होती बर्फ़ीली और ताज़गी भरी सहर, दिव्य दिसंबर में प्रकृति की आभा चढ़ती। ©Amit Singhal "Aseemit" "

ठंडी ठंडी धरती पर छाती कोहरे की लहर, ओस की बूंदों से फूलों की शोभा बढ़ती। रातें होती बर्फ़ीली और ताज़गी भरी सहर, दिव्य दिसंबर में प्रकृति की आभा चढ़ती। ©Amit Singhal "Aseemit"

#दिसंबर

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