डूबते को सहारा इक तिनके का,
काफी होता है।
कहता यूं लोगो को,
हमने काफी सुना है।
पर देख हकीकत लोगो की,
ये दिल हमेशा दुखा है।
हर तिनके का ये सहारा लेने से,
डरा है।
कहने को तो उसके पीछे,
लोगो की भीड़ खड़ी है।
पर हर परीक्षा में वो अकेला बैठा है।
सुनने को उसका परिणाम ,
सबके कान खड़े है।
सफलता में साथ ओर
ओर असफलता में
सबने उससे नाते तोड़े है।
अकेला उसने खुदको,
परीक्षा में भी पाया था
अकेला उसने खुदको,
परिणाम पर भी पाया है।
©Ujjwal Kaintura
#watchtower डूबते को सहारा इक तिनके का,
काफी होता है।
कहता यूं लोगो को,
हमने काफी सुना है।
पर देख हकीकत लोगो की,
ये दिल हमेशा दुखा है।
हर तिनके का ये सहारा लेने से,
डरा है।