White साफ मन ...
दुख से मैला नहीं होता...
सुख से शांत नहीं होता...
वो तो बस जैसा होता है...
वैसे ही सबके समक्ष प्रस्तुत हो जाता....!
शायद इसीलिए समाज के सामने...
साफ मन बोझ समान हो जाता है।
ना तो स्वीकार किया जा पाता है ना ही तिरस्कृत।
सिर्फ उसके साथ उपेक्षा का उपयोग किया जाता है।
©Adv Di Pi Ka
#mango