White ग़ज़ल :-
ख्वाब में आप क्यूँ मेरे आने लगे ।
बेसबब आप क्यों फिर सताने लगे ।।
दीद तो आपके यार आँसा नहीं ।
दर्द क्यों आप दिल में उठाने लगे ।।
कह दिया जो नही प्यार है आपसे ।
नैन फिर यार क्यों अब मिलाने लगे ।।
दिल न माना हमारा तुझे देखकर ।
बार बा तेरी गलियों में आने लगे ।।
जिस तरह आपने जुल्फ खोली वहाँ ।
लोग सारे के सारे दीवाने लगे ।।
होंठ से होंठ अपने मिले ही नही ।
लोग यूँ ही धुआं अब उठाने लगे ।।
देख प्यासा प्रखर को रहम आ गया ।
ज़ाम आँखों से फिर वो पिलाने लगे ।।
महेन्द्र सिंह प्रखर
©MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :-
ख्वाब में आप क्यूँ मेरे आने लगे ।
बेसबब आप क्यों फिर सताने लगे ।।
दीद तो आपके यार आँसा नहीं ।
दर्द क्यों आप दिल में उठाने लगे ।।
कह दिया जो नही प्यार है आपसे ।
नैन फिर यार क्यों अब मिलाने लगे ।।