माता पिता हसीन है जिसके पसीने की एक बूंद का कर्ज क | हिंदी शायरी

"माता पिता हसीन है जिसके पसीने की एक बूंद का कर्ज कभी औलाद नहीं चुका सकती ©Raghuveer Banjara"

 माता पिता हसीन है जिसके पसीने की एक बूंद का कर्ज कभी औलाद नहीं चुका सकती

©Raghuveer Banjara

माता पिता हसीन है जिसके पसीने की एक बूंद का कर्ज कभी औलाद नहीं चुका सकती ©Raghuveer Banjara

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