White पुष्प लताएं चंद्र को,
दे रही बुलावा आने का।
फिर चांद ने भी चांदनी को,,
दे दिया आदेश जाने का।।
चांद भी आता तो,
बात कुछ और होती।
पुष्प लताएं अमृत कलश,,
अपने अंदर समेट लेती।
अब चांदनी भी मुकर गई,
पूनम रात को आऊंगी।
पुष्प की अभिलाषा को,,
पूर्ण करके ही जाऊंगी।
चंद्र को पता चला,
चांदनी के बहाने का।
फिर चांद ने भी चांदनी को,
दे दिया आदेश जाने का।।
पुष्प लता से गिर गया,
पर चांदनी नहीं आई।
पूनम की रात को,,
चांदनी निखर आई।
लता भी चंद्र की याद में,
बूढ़ी हो सूख गई।
चंद्र नहीं आया और,,
लताएं भी टूट गई।
दूर के प्रेम को निभाना,
हकीकत है कतराने का।
फिर चांद ने भी चांदनी को,
दे दिया आदेश जाने का।।
©Satish Kumar Meena
#Moon चांद ने भी चांदनी को