अंधेरे मै रहने की, आदत हो गई है।
बेबजा मुस्कुराने की, आदत पड गई है।।
यूँ तो प्यार पर, भरोसा बहुत था।
अब प्यार से घिन सी हो गई है।।
दुसरो की नजरो मे, हीरो बनने का शौक था।
अब नजरो मे, गिर जाने की आदत पड गई हैै।।
हसीन रातो मे, उससे बात करके सोता था।
कई दिनो से, बात भी न हुई है
©Banti Sharma
याद
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