सीखा है मैंने
तुमसे बिछड़ने के बाद,
बात-बात पर गुस्सा होना,
अब आदत बन गयी है मेरी,
तुम जो गए,
तो मैं भी कहीं खो गयी,
मैं मेरी भी न रही,
तेरे ख्यालों में खो गयी,
अब फिर एक शाम आये,
तेरे लबों पर मेरा
फिर से नाम आये,
तड़पे तू भी मेरे लिए,
मेरा मुस्कुराने का हुनर काम आए।।
©Kiran Chaudhary
मुस्कुराने का हुनर।।