सबको लगता है मैं किसान हूं!
अरे नही भाई मैं भी इंसान हूं।
कमाता हूं यार मैं भी, कमाने धमाने वाला इंसान हूं।
जोतता हूं, बोता हूं, सींचता हूं।
फिर भी कभी कभी कुदरत मार जाती है।
sorry sorry 🙏
कुदरत नहीं!
मेरी नीयत मार जाती है। 🙂
कभी कभी कुछ दिन,,,,,,,,।
देरी से!
और कभी कभी कुछ ही क्षणों में।
मेरा हिसाब भी हो जाता है ।
जैसी मैं भी और इंसानों की तरह नीयत रखता हूं,
कुदरत भी मेरी नीयत के हिसाब से,
कभी आंधी के तराजू में।
कभी बारिश के तराजू।
तो कभी कभी ओलो और बर्फ के तराजू में मेरी फसल को तोल देता है।
मैं भी तो तुम जैसा ही हूं ना।
और सबको देख लो अभी भी ये लग रहा होगा मैं किसान हूं।
😅😅😅
अरे नही भाई, मैं भी इंसान हूं!!
©Rj Kant krishn kant
RAVINANDAN Tiwari @bhumika rani @mansi sahu @Anupriya @Vandana Mishra