मांँ
हो ना हो अपना ज़र्रा सा अंश मिलाया होगा
जब ख़ुदा ने माँ का दिल बनाया होगा
रचकर खुदाई की सबसे खूबसूरत काया
वो मन ही मन खूब इतराया होगा
समेट कर सारी कायनात "माँ" में
हुनर पर अपने मंद मंद मुस्काया होगा
भिंगोया होगा माँ की मिट्टी को गंगाजल से
रोम रोम चंदन से सजाया होगा
हो न हो अपना ज़र्रा सा अंश मिलाया होगा
जब खुदा ने माँ का दिल बनाया होगा
©bimmi prasad
#maa