मैंने कभी किसी से कुछ नही मांगा , जो भी हासिल किया वो खुद से किया ।
मांगे हुए को बोलने में थोड़ा अजीब लगता है , खुद से जो हासिल हो उस पर बहुत फर्क महसूस होता है ।
भागने की कभी कोशिश नही की , क्योकि जो मुझे चाहिए था उसमें बस सब्र की ज़रूरत थी ।
तारीफों से ज़्यादा आलोचनाएं मिली , पर उन आलोचनाओं से भी बहुत कुछ सीखा ।