Village Life तन्हाइयों के सिवाय कुछ नहीं था तेरे दामन में फ़राज़ ,
सब लौट चुके हैं तुझ से मतलब निकाल कर ,
ऐसे कैसे कटेगा सफर जिंदगी का
अब तू भी तो कोई जुगाड़ कर ले।
बड़ा संगदिल जमाना है जालिम
लूट भी लेते और दाग देकर इल्जाम भी देते हैं।
मत कर अफसोस की तूने जो दिया
उसका कोई हिसाब नहीं अपनो में,
कुछ अपने होते ही हैं गैरों के जैसे
एहसान फरामोश
ये एहसान कहां मानते हैं।
©Prerna Singh
तन्हाइयों के सिवाय कुछ नहीं था तेरे दामन में फ़राज़ ,
सब लौट चुके हैं तुझ से मतलब निकाल कर ,
ऐसे कैसे कटेगा सफर #जिंदगी का
अब तू भी तो कोई जुगाड़ कर ले।
बड़ा #संगदिल जमाना है जालिम
#लूट भी लेते और दाग देकर #इल्जाम भी देते हैं।
मत कर अफसोस की तूने जो दिया
उसका कोई हिसाब नहीं अपनो में,