White घनघोर अंधेरा , पतों की सरसराहट ,
रह रह कर आ रहे जानवरों का आवाज़
अपने ही पद चाप से जब लगने लगा डर
आभास होता किसी के होने का ,
मन करने लगा पीछे हट जाने का
आंखे बंद कर किया याद अपने मालिक को
हिम्मत मिली आगे बढ़ जाने को
जरूरी था जंगल के उसपर जाना
वहीं था मेरा आशियाना
मालिक का नाम लेकर कदम आगे बढ़ाया
आंखों के सामने एक साया नजर आया
जाना पहचाना एहसास हुआ,
जाने क्या मेरे साथ हुआ
आंखे खुली तो खुद को हॉस्पिटल में पाया
कह रहे थे पुलिस वाले कल रात इनके साथ रेप हो आया
आंखे बंद की तो साया में अपने ही गांव के एक शख्स का चेहरा नज़र आया
उसके बाद आंखे खुल न पाई मेरी
©कलम की दुनिया
#साया