White इश्क हकीकत है बस,
या एक हसीं ख्वाब है।
ये कोई शह है बेतुकी सी,
या जज़्बा कोई नायाब है।
इश्क़ सवाल है कभी,
तो है खुद जवाब भी।
इश्क़ देता है सुकूं रूह को,
कभी बन जाता है ये अजाब भी।
ये बना देता है फ़कीर किसी को,
तो कभी बना देता है नवाब भी।
मुकम्मल हो पाए या न सही,
बिना इश्क़ जिंदगानी बेआब है।
इश्क हकीकत है बस,
या एक हसीं ख्वाब है।
इस मसले का ज़िक्र भी,
अपने आप में बहुत खास है।
©Swarn Deep Bogal
#Lake