किसने क्या- क्या बतलाया है
अजी हमनें नहीं कुछ जाना हैं
ऐ मुरली वाले श्याम आ जाओ
अब हमनें तुमको पुकारा हैं
अजी प्रश्न उठा है बेहद- गहरा
प्रभु उसका तुम समाधान करो
जो भी झूठा- आरोप लगाए
उसका तुम काम तमाम करो
अरे बहुत हुआ प्रभु मेरा संयम
अब नित प्रभु धीरज डोल रहा
गर -सच में ही श्रद्धा सच्ची है
फिर परिणाम तुम्हें देना होगा
प्रभु मैने तुमसे कुछ ना माँगा
अब तुमसे यह अर्ज हमारी हैं
मेरी अब सारी लगन ओ कान्हा
तुम पर नित- नित बलिहारी है
©ANOOP PANDEY
@Sweety mehta