#RIPMilkhaSingh दुश्मन का भी दिल जीत ले,
ऐसा लाखो में वो एक था,
चीते जैसी चाल थी उसकी,
भारतवंश का वो चेतक था,
सीखा गया वो सिख जो,
सीख उसे सीखनी थी,
अपनी जमीर को किसी के पैरो,
कि धूल उसे नहीं बनानी थी।
मौत से हार गया वो आज!!!
उतार अपनी मिट्टी का कर्ज,
वतन को अपने छोड़,
स्वर्ग सिधार गया वो आज!!!.
©Amit kumar
#RIPMilkhaSingh