किसी की आँखों में इंतज़ार छोड़ कर आया हूँ, किसी के | हिंदी Poetry

"किसी की आँखों में इंतज़ार छोड़ कर आया हूँ, किसी के होठों की पहली पुकार छोड़ कर आया हूँ। किसी की राखी का उपहार छोड़ कर आया हूँ, किसी के बुढ़ापे की गुहार, आँचल का प्यार छोड़ कर आया हूँ।। सुख दुःख बातें हैं हमेशा जिनके साथ, अपने वो यार छोड़ कर आया हूँ। सीने से लगा ले तू मुझे ऐ भारत माँ, तेरे लिए मैं पूरा संसार छोड़ कर आया हूँ।। ©Ojaswani Sharma"

 किसी की आँखों में इंतज़ार छोड़ कर आया हूँ,
किसी के होठों की पहली पुकार छोड़ कर आया हूँ।
किसी की राखी का उपहार छोड़ कर आया हूँ,
किसी के बुढ़ापे की गुहार, आँचल का प्यार छोड़ कर आया हूँ।।

सुख दुःख बातें हैं हमेशा जिनके साथ,
अपने वो यार छोड़ कर आया हूँ।
सीने से लगा ले तू मुझे ऐ भारत माँ,
तेरे लिए मैं पूरा संसार छोड़ कर आया हूँ।।

©Ojaswani Sharma

किसी की आँखों में इंतज़ार छोड़ कर आया हूँ, किसी के होठों की पहली पुकार छोड़ कर आया हूँ। किसी की राखी का उपहार छोड़ कर आया हूँ, किसी के बुढ़ापे की गुहार, आँचल का प्यार छोड़ कर आया हूँ।। सुख दुःख बातें हैं हमेशा जिनके साथ, अपने वो यार छोड़ कर आया हूँ। सीने से लगा ले तू मुझे ऐ भारत माँ, तेरे लिए मैं पूरा संसार छोड़ कर आया हूँ।। ©Ojaswani Sharma

People who shared love close

More like this

Trending Topic