White उमड़ घुमड़कर बादल छाए,
खुशियों का पैगाम है लाए।
देख बादलों को पेड़ पौधे हर्षाए,
गर्मी से निजात दिलाए।
धरती पर हरियाली छाई,
पक्षी सैर करते दिए दिखाई।
प्रकृति की है महिमा न्यारी,
पेड़ लगाने की करो तैयारी।
मिट्टी की खुशबू है प्यारी - प्यारी,
इसी में छुपी है खुशियां हमारी।
खिल उठी है क्यारी-क्यारी,
बारिश की बात ही न्यारी।
किसानों के चेहरे पर मुस्कान दी दिखाई,
खेतों में फसलें लहलाई।
©Shishpal Chauhan
# बारिश की बूंदें