कितना प्यारा था वो बचपन। हम रहते थे सब मस्त मगन।। | हिंदी कविता

"कितना प्यारा था वो बचपन। हम रहते थे सब मस्त मगन।। गिल्ली डंडा वो छुपन छुपाई वो बात-बात में हाथापाई एक पल में लढ़ भिड़ जाना अगले ही पल भाई-भाई बस पल भर की थी वो अनबन । हम रहते थे सब मस्त मगन।। ©SUNIL YADAV"

 कितना प्यारा था वो बचपन। 
हम रहते थे सब मस्त मगन।।

गिल्ली डंडा वो छुपन छुपाई
वो बात-बात में हाथापाई 
एक पल में लढ़ भिड़ जाना
अगले ही पल भाई-भाई 

बस पल भर की थी वो अनबन ।
हम रहते थे सब मस्त मगन।।

©SUNIL YADAV

कितना प्यारा था वो बचपन। हम रहते थे सब मस्त मगन।। गिल्ली डंडा वो छुपन छुपाई वो बात-बात में हाथापाई एक पल में लढ़ भिड़ जाना अगले ही पल भाई-भाई बस पल भर की थी वो अनबन । हम रहते थे सब मस्त मगन।। ©SUNIL YADAV

#mastmagan

People who shared love close

More like this

Trending Topic